बिहार में जातीय संघर्ष का सिलसिला 1970 के दशक भोजपुर से शुरू हुआ था खतरनाक मोड़ ले लिया था, जहां उच्च जाति के जमींदार जगदीश महतो जैसे पिछड़ी जाति के नेताओं की बढ़ती ताकत का शिकार हो गए थे। इसके बाद फिर बेलछी नरसंहार हुआ। फिर 1980 और 90 के दशक में जातीय नरसंहारों का सिलसिला चल पड़ा।