विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार भारत सरकार की ओर से कहा गया है कि 1960 से अब तक परिस्थितियां काफी बदल गई हैं। ऐसी स्थिति में सिंधु जल समझौते की शर्तों में कुछ बदलाव करने की जरूरत है। भारत ने इसके पक्ष में तीन कारण भी गिनाए हैं कि आखिर क्यों बदलाव होना चाहिए।