अगस्त की शुरुआत से ही बांग्लादेश में हिंसा तेज हो गई थी। उस दौरान तत्कालीन प्रधानमंत्री शेख हसीना को भी सुरक्षा के लिहाज से पद छोड़कर बांग्लादेश से बाहर निकलना पड़ा था। फिलहाल, वह भारत में हैं। बांग्लादेश के कई इलाकों में हिंदू परिवारों को निशाना बनाए जाने की कई खबरें भी सामने आई थीं।