तिरुपति बालाजी के मंदिर की रसोई में लगातार तीन सौ साल से ज्यादा से महाप्रसादम के रूप में घी के लड्डू तैयार किए जा रहे हैं। पहले देसी घी में बूंदी बनाई जाती है और फिर इसमें मेवे और गुड़ का सीरा डालकर लड्डू तैयार किए जाते हैं।
तिरुपति बालाजी के मंदिर की रसोई में लगातार तीन सौ साल से ज्यादा से महाप्रसादम के रूप में घी के लड्डू तैयार किए जा रहे हैं। पहले देसी घी में बूंदी बनाई जाती है और फिर इसमें मेवे और गुड़ का सीरा डालकर लड्डू तैयार किए जाते हैं।