पूरे देश दुनिया में हिंदू धर्म के कार्तिक माह का महत्व बहुत ज्यादा है। कार्तिक महीने में कई त्योहार मनाए जाते हैं, जिसमें से धनतेरस भी शामिल है। बता दें, धनतेरस त्योहार से ही दीप जलाने की शुरुआत की जाती है। रौशनी का यह पर्व पूरे 5 दिनों तक चलता है। हिंदू पंचांग के तहत, प्रत्येक वर्ष कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी पर धनतेरस मनाया जाता है। ऐसी माना जाता है कि जो भी भक्त सच्चे मन से भगवान धन्वंतरि की पूजा-अर्चना करता है तो उसके घर में सुख, समृद्धि और खुशहाली का आगमन होता है। मान्यता के अनुसार धनतेरस के दिन भगवान धन्वंतरि की पूजा अर्चना करने से परिवार के सभी सदस्यों पर भगवान धन्वंतरि, मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की कृपा होती है। आज इस लेख में हम आपको बताएँगे कि धनतेरस के दिन क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए?
धनतेरस के दिन क्या करें ?
- पंचांग के अनुसार शुभ मुहूर्त में भगवान धन्वंतरि की पूजा करें।
- इस दिन सोने-चांदी या मिट्टी की मां लक्ष्मी और गणेश की मूर्ति लाएं।
- इस दिन नई चीजों को खरीदना शुभ माना जाता है।
- इस दिन गरीब लोगों में दान करें।
- इस दिन से लेकर भाई दूज तक हमेशा शाम में दीपक जलाएं।
- इस दिन झाड़ू, सूखा धनिया और पीतल के बर्तन खरीदना भी शुभ माना जाता है।
- इस दिन घर की सफाई करें और लाइट आदि से घर को सजाएं।
धनतेरस के दिन क्या नहीं करें?
- इस दिन घर को गंदा न रखें, ऐसी मान्यता है कि मां लक्ष्मी का वास साफ-सफाई वाली जगह पर ही होता है।
- इस दिन किसी के लिए मन में गलत विचार न रखें।
- इस दिन बातचीत के दौरान किसी को गलत न बोलें।
- इस दिन बड़े-बुर्जुग और महिलाओं का अपमान न करें।
- इस दिन अशुभ चीजों को खरीदना नहीं खरदीना चाहिए।
- इस दिन कांच के बर्तन नहीं खरीदने चाहिए।
- इस दिन मांस-मदिरा और तामसिक चीजें न खाएं।
बता दें, धनतेरस के दिन सोना या चांदी, लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति, बर्त्तन, झाड़ू, सूखा धनिया आदि चीजें खरीदनी चाहिए। हिंदू पंचांग में धार्मिक मान्यता है कि धनतेरस के दिन इन चीजों को घर लाने से लोगों पर भगवान धन्वतंरि और मां लक्ष्मी की कृपा हमेशा बनी रहती है। इसके साथ ही, कभी धन की कमी का सामना नहीं करना पड़ता है।